राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि 21वीं सदी ज्ञान अर्थव्यवस्था का युग है। आज के समय में नए विचारों, नवीन दृष्टिकोण एवं आविष्कारों की ताकत धन से कहीं अधिक है।
उन्होंने उदाहरण के रूप में ऑनलाइन वाणिज्य, परिवहन एवं पर्यटन में युवाओं एवं उनकी र्स्टाट अप कंपनियों की सफलता का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पूंजीगत निवेश से अधिक ऐसी सफलताओं के लिए मानव प्रतिभा एवं बुद्धिमत्ता ज्यादा बड़े कारण हैं।
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि रोजगार की परिभाषा बदल रही है। रोजगार अब कोई पारंपरिक नौकरी नहीं रह गया है। अपने लिए एवं दूसरों के लिए स्व रोजगार अवसरों का सृजन करना अब अधिक संभव हो गया है।
स्व रोजगार को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सहायता प्रदान कर रही है। उन्होंने छात्रों से अपने कैरियर के विकास एवं दूसरों के लिए अवसरों का निर्माण करने के लिए ऐसे अवसरों का उपयोग करने का आग्रह किया।