कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने ट्विटर प्रोफाइल पर कहा कि उत्तराखंड संकट ने भाजपा का असली चेहरा उजागर कर दिया है। राहुल गांधी ने कहा कि धन का इस्तेमाल करके सरकारों को गिराना लगता है सत्तारूढ़ पार्टी का नया माडल बन गया है। जबकि भाजपा नेता अरुण जेटली ने विधायकों के विरोध के बावजूद बजट को पारित घोषित किये जाने पर उत्तराखण्ड विधानसभा स्पीकर की आलोचना की है।
राहुल गांधी ने ट्वीट में कहा कि उनकी पार्टी लोकतंत्र के दमन की कोशिशों के खिलाफ लड़ेगी।
राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में कहा, ऐसा प्रतीत होता है कि बिहार में मिली हार के बाद खरीद-फरोख्त, धन-बल के दुरूपयोग से चुनी गई सरकारों को गिराना भाजपा का नया तरीका बन गया है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि अरुणाचल में तख्ता पलट के बाद अब उत्तराखण्ड को निशाना बनाया जा रहा है
उत्तराखंड में बीते दो दिनों में कांग्रेस के नौ विधायकों की बगावत और विपक्ष के सरकार बनाने का दावा करते हुए राज्यपाल से मिलने के कारण राज्य में हरीश रावत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार संकट में घिर गई है।
राज्यपाल कृष्णकांत पाल ने कल हरीश रावत को राज्य विधानसभा में 28 मार्च तक बहुमत सिद्ध करने को कहा है।
रावत के लिए राज्यपाल का यह निर्देश ऐसे समय में आया है जब भाजपा कांग्रेस के नौ बागी विधायकों के समर्थन से 70 सदस्यीय राज्य विधानसभा में बहुमत का दावा पेश कर रही है। बहरहाल, भाजपा ने सरकार बनाने के अपने प्रयासों को बढ़ा दिया है और रावत मंत्रिमंडल के अल्पमत में आने का दावा कर रही है।
एक संबंधित घटनाक्रम में कल उत्तराखंड विधानसभा के स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल ने कांग्रेस के 9 बागी विधायकों को कारण बताओ नोटिस जारी किये हैं। स्थानीय समाचार चैनलों के मुताबिक नोटिस विधायकों के घर पर चिपका दिये गये हैं।
भाजपा ने दावा किया है कि उसे बागी कांग्रेस विधायकों सहित 35 विधायकों का समर्थन प्राप्त है जबकि रावत ने कहा कि विधानसभा में अभी भी उनके पास बहुमत है।
हरीश रावत ने दावा किया कि विधानसभा में बजट के ध्वनिमत से पारित होने से साफ है कि उन्हें विधायकों का समर्थन प्राप्त है।
रविवार को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में वित्तमंत्री अरुण जेटली ने इसी बात पर कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विधायकों के बहुमत के बावजूद विधानसभा स्पीकर ने बजट को पारित घोषित कर दिया जो कि गलत है।