ब्रिटेन अब यूरोपीय संघ से अलग होने जा रहा है । ब्रिटेन के लोगों ने यूरोपीय संघ से अलग होने के पक्ष में मतदान किया है ।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कहा है कि वो अगले तीन महीने में अपना पद छोड़ देंगे। कैमरन ने ये घोषणा यूरोपीय संघ के मुद्दे पर जनमत संग्रह का फैसला आने के बाद की है।
पिछले चुनाव में डेविड कैमरन ने अपनी कंजरवेटिव पार्टी और एंटी-ईयू वोटर्स से वादा किया था कि 2017 के अंत तक ब्रेक्सिट के लिए जनमत संग्रह कराएंगे।
शायद कैमरन को भी उम्मीद नहीं रही होगी कि उनकी और विपक्षी लेबर पार्टी की इतनी कोशिशों के बावजूद ब्रिटेन की जनता थोड़े से अंतर से यूरोपीय संघ से बाहर जाने का फैसला करेगी।
ब्रिटेन में हुए जनमत संग्रह का नतीजा आ गया है जिसके अनुसार 52 प्रतिशत मतदाताओं ने यूरोपीय संघ से बाहर होने के पक्ष में मुहर लगाई है।
अपने संबोधन में अपना मत व्यक्त करते हुए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरा मानना था कि ब्रिटेन यूरोपियन संघ में रहता तो बेहतर होता पर जनता के इस फैसले ने ब्रिटेन के लिए एक अलग राह निर्धारित की है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि फिलहाल वस्तु एंव सेवाओं से जुड़ी किसी विषय पर कोई बदलाव नहीं होने जा रहा है।
पूर्वोत्तर इंग्लैंड, वेल्स और मिडलैंड्स में अधिकतर मतदाताओं ने यूरोपीय संघ से अलग होने के पक्ष में वोट दिया है।
वहीं लंदन, स्कॉटलैंड और नॉर्दन आयरलैंड के अधिकतर मतदाताओं ने यूरोपीय संघ के साथ बने रहने के पक्ष में वोट दिया है।
सबसे पहले जिब्राल्टर के नतीजे सामने आए थे, जहां 96% वोट ब्रिटेन को यूरोपियन यूनियन में रखने के पक्ष में थे। इन नतीजों के साथ ही डॉलर के मुकाबले पाउंड 5% गिर गया है। इसे 1985 के बाद सबसे बड़ी गिरावट बताया जा रहा है।
दरअसल ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से अलग होने के समर्थकों का मानना है कि ईयू से निकलने के बाद ही ब्रिटेन अपनी संप्रभुता को कायम रख सकता है। इसके अलावा इमिग्रेशन पर भी लगाम लगाई जा सकती है।
यूके के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने सोशल मीडिया पर और जन संपर्क के जरिये यूरोपीय संघ में बने रहने के लिये जबर्दस्त अभियान चलाया था लेकिन नतीजा उनकी उम्मीदों के मुताबिक नहीं निकला।
It's great to see Daniel Craig is planning to Vote Remain on Thursday. pic.twitter.com/DZL9CejTmM
— David Cameron (@David_Cameron) June 21, 2016