श्रम मंत्रालय ने अकुशल कृषि श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी को दोगुना कर दिवाली का तोहफा दिया है।
केन्द्र सरकार ने सी श्रेणी के कस्बों में अकुशल कृषि मज़दूरों के लिए न्यूनतम मज़दूरी साढ़े तीन सौ रुपये प्रतिदिन कर दी है।
श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने शुक्रवार को बताया कि केन्द्र सरकार के दायरे में आने वाले कृषि कामगारों को फिलहाल राष्ट्रीय न्यूनतम मज़दूरी की निर्धारित दरों पर मज़दूरी मिलती है।
अब उन्हें दोगुना से अधिक मजदूरी मिलेगी। वर्तमान में अभी मजदूरी की दर 160 रुपये प्रतिदिन है। यह दर तीसरी श्रेणी में आने वाले शहरों में एक नवंबर से लागू होगी।
दत्तात्रेय ने कहा कि ‘पारिश्रमिक संहिता’ पर त्रिपक्षीय बैठकें पूरी हो चुकी हैं। इसे अब मंत्रिमंडल की मंजूरी के लिए रखा जाएगा।
इसे अगले महीने होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र में पेश किया जाएगा।
केंद्र सरकार ने अगस्त महीने में अकुशल गैर कृषि श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी 246 रूपये से बढाकर 350 रूपये प्रतिदिन की थी।