अस्पताल में भर्ती तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता के लंबे समय तक अस्पताल में रहने की संभावना को देखते हुये उनकी मौखिक सहमति से राज्य पाल विद्यासागर राव ने मुख्यमंत्री के मंत्रालयों का जिम्मा उनके विश्वासपात्र ओ. पनीरसेल्वम को सौंप दिया है।
स्थानीय मीडिया की खबरों के मुताबिक राजभवन से जारी एक बयान में कहा गया कि पनीरसेल्वम कैबिनेट की बैठकों की अध्यक्षता भी करेंगे।
आधिकारिक बयान में यह भी कहा गया कि मुख्यमंत्री की सलाह पर यह व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री जयललिता के फेफड़ों के संक्रमण का इलाज हो रहा है और वह कई दिनों से श्वसन संबंधी उपकरणों की सहायता पर निर्भर हैं।
दो साल पहले जब वह गिरफ्तार हुई थी तब भी जयललिता ने अपने विश्वस्त पनीरसेल्वम को ही यह जिम्मा सौंपा था।
मुख्यमंत्री जयललिता को 22 सितंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
इस संबंध में उनकी पार्टी अन्नाडीएमके ने कहा था कि उनके गंभीर रूप से बीमार होने की खबरें गलत हैं और उनका बुखार और शरीर में पानी की कमी (निर्जलीकरण) का इलाज हो रहा है।
खबरों के मुताबिक अपोलो अस्पताल ने उनके स्वास्थ्य बुलेटिन को जारी करते हुए कहा है कि ब्रिटेन के एक विशेषज्ञ और दिल्ली के एम्स अस्पताल के तीन डॉक्टरों की निगरानी में उन पर इलाज का अच्छा असर हो रहा है।