पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का कथित एजेंट और नवंबर में हुये कानपुर रेल हादसे का मुख्य संदिग्ध नेपाली नागरिक समशुल होदा को दुबई से प्रत्यर्पित किए जाने के बाद यहां गिरफ्तार कर लिया गया।
नेपाल पुलिस के एक विशेष दल ने 48 वर्षीय हुडा को तीन अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया है।
पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजीः पशुपति उपाध्याय ने बताया कि हुडा को सोमवार (6 फरवरी) को त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर गिरफ्तार किया गया। उपाध्याय ने बताया कि इंटरपोल के सहयोग से पुलिस हुडा और अन्य तीन अपराधियों को दुबई से नेपाल लायी।
उन्होंने कहा, ‘हमने सुना है कि गत वर्ष कानपुर में हुए एक रेल हादसे में हुडा वांछित है। इस हादसे में 150 लोगों की मौत हो गयी थी।’
गिरफ्तार तीन अन्य लोगों की पहचान बृज किशोर गिरि, आशीष सिंह और उमेश कुमार कुर्मी के रूप में हुयी है। ये सभी दक्षिणी नेपाल के कलैया जिले के रहने वाले हैं।
इन्हें बारा जिले में भारतीय नागरिकों अरुण राम और दीपक राम की 25 दिसंबर को हुई हत्या में कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने बताया कि हुडा इस दोहरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड है। उपाध्याय ने बताया कि हुडा के अंतरराष्ट्रीय आपराधिक संगठनों से संबंध हैं और वह नेपाल एवं भारत में कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है।
उन्होंने बताया कि उसके खिलाफ बारा की जिला अदालत में पहले से ही एक मामला दर्ज है।
बिहार पुलिस ने जनवरी में तीन लोगों को गिरफ्तार करके दावा किया था कि वे भारतीय रेलवे को निशाना बनाने के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम कर रहे थे।
इसके मद्देनजर इस दुर्घटना में आईएसआई की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
बिहार पुलिस के अनुसार इन तीनों आरोपियों को हुडा से जुड़े एक व्यक्ति ने तीन लाख रुपए दिये थे। हुडा पर गत वर्ष 20 नवंबर को हुई कानपुर रेल दुर्घटना की साजिश को अंजाम देने के लिए आईएसआई के एजेंट के तौर पर काम करने का आरोप है।