प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा सूखे से निपटने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इस संबंध में प्रधानमंत्री लगातार सूखा प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर रहे हैं।
मंगलवार को मध्य प्रदेश और तेलंगाना के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में प्रधानमंत्री ने उन्हें मदद का भरोसा दिलाया।
मंगलवार को ग्रामीण विकास मंत्री बीरेंदर सिंह ने लोकसभा में कहा कि देश की एक चौथाई आबादी सूखे की चपेट में है।
सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, झारखण्ड, बिहार और महाराष्ट्र हैं।
आज सुबह तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चन्द्रशेखर राव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। तेलंगाना में सूखे के मुद्दे पर एक उच्च स्तरीय बैठक भी हुई।
बैठक में प्रधानमंत्री के अलावा गृह मंत्री राजनाथ सिंह, कृषि मंत्री राधामोहन सिंह और प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह भी मौजूद थे।
शाम को इसी मुद्दे पर प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की।
बैठक में प्रधानमंत्री ने सूखे की स्थिति से निपटने के लिए प्रयासों में तेज़ी लाने की बात कही और केन्द्र और राज्य के सामूहित तालमेल से समस्या से निपटने पर ज़ोर दिया।
सरकार ने साफ किया है कि सूखे की समस्या के निपटने के लिए फंड की कोई कमी नहीं है, बस ज़रूरत मिलकर काम करने की है।
लोकसभा में सरकार ने कहा कि अभी तक राज्यों को केंद्र सरकार 1360 करोड़ रुपये की सहायता सूखे से निपटने के लिये दे चुका है।