कश्मीर में महीने भर से जारी हिंसा और कर्फ्यू पर केंद्र सरकार ने शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो टूक कहा कि देश की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जायेगा और पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर भी भारत का ही हिस्सा है।
बैठक में मौजूद एक सांसद ने बाद में मीडिया को बताया कि प्रधानमंत्री ने कहा है कि लद्दाख, जम्मू-कश्मीर और पाक अधिकृत कश्मीर भारत का आंतरिक हिस्का हैं और इनकी सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होगा।
बैठक के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सीमा पार से जम्मू-कश्मीर में अशांति फैलाई जा रही है। पाकिस्तान को बलूचिस्तान-पीओके के हालात के बारे में भी दुनिया को बताना चाहिए।
मीटिंग के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में होम मिनिस्टर राजनाथ ने कहा कि पाक के कब्जे वाले हिस्से के जो लोग अन्य देशों में रह रहे हैं विदेश मंत्रालय उनका पता लगायेगा और वहां के हालात की जानकारी लेगा।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं घाटी में पहले भी हुई है। 8 जुलाई के बाद ये थोड़ा बढ़ी हैं और छर्रे वाली बंदूक का इस्तेमाल 2010 से चल रहा है।
कश्मीर में 8 जुलाई को हिजबुल आतंकी बुरहान वानी के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद शुरू हुई हिंसा अब तक जारी है। इस हिंसा में अब तक 55 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि सैकड़ों लोग और घायल हैं।