अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा सहित दुनिया भर के प्रमुख नेताओं ने समावेशी आर्थिक वृद्धि को बढावा देने के लिए वैश्विक स्तर पर सहयोग का आह्वान किया है।
इन नेताओं ने माना है कि आर्थिक वृद्धि का मौजूदा माडल धनी व निर्धनों के बीच विसंगति बढ़ाने वाला है। ओबामा ने यहां अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) तथा विश्व बैंक की बैक में कहा,`हमें वैश्विक सहयोग को किसी भी खतरे का मुकाबला करना होगा और सभी के लिए काम करने वाली वैश्विक अर्थव्यवस्था बनानी होगी।’ इस सप्ताह
यहां हुई इस बै”क में दुनिया भर के वित्त मंत्रियों ने भाग लिया। भारतीय प्रतिनिधि मंडल की अगुवाई वित्त मंत्री अरुण जेटली ने की। अपने संबोधन में ओबामा ने आईएमएफ का आह्वान किया कि वह मजबूत, समावेशी व संतुलित वैश्विक वृद्धि को प्रोत्साहित करे और ऐसी नीतियों के साथ काम करें जो मांग बढाएं, ढांचागत सुधारों की समर्थक व आर्थिक असमानता घटाने वाली हों। इसके साथ ही उन्होंने विश्व बैंक से कहा कि वह जलवायु परिवर्तन से लेकर शरणार्थी संकट तक, हिंसाग्रस्त व संकटग्रस्त देशों में निवेश बढ़ाने तक.. प्रमुख वैश्विक चुनौतियों से निपटना जारी रखे।
बै”क के बाद जारी बयान में आईएमएफ ने मजबूत, सतत, समावेशी, रोजगार परक व अधिक संतुलित वृद्धि के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है।इसमें कहा गया है,`सामूहिक व व्यक्तिगत स्तर पर हम इसके लिए सभी- ढांचागत सुधार, राजकोषीय व मौद्रिक नीतियों सहित- उपायों का इस्तेमाल करेंगे।’ वाशिंगटन, (भाषा)। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा सहित दुनिया भर के प्रमुख नेताओं ने समावेशी आर्थिक वृद्धि को बढावा देने के लिए वैश्विक स्तर पर सहयोग का आह्वान किया है।
इन नेताओं ने माना है कि आर्थिक वृद्धि का मौजूदा माडल धनी व निर्धनों के बीच विसंगति बढ़ाने वाला है। ओबामा ने यहां अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) तथा विश्व बैंक की बै”क में कहा,`हमें वैश्विक सहयोग को किसी भी खतरे का मुकाबला करना होगा और सभी के लिए काम करने वाली वैश्विक अर्थव्यवस्था बनानी होगी।’
इस सप्ताह यहां हुई इस बै”क में दुनिया भर के वित्त मंत्रियों ने भाग लिया। भारतीय प्रतिनिधि मंडल की अगुवाई वित्त मंत्री अरुण जेटली ने की। अपने संबोधन में ओबामा ने आईएमएफ का आह्वान किया कि वह मजबूत, समावेशी व संतुलित वैश्विक वृद्धि को प्रोत्साहित करे और ऐसी नीतियों के साथ काम करें जो मांग बढाएं, ढांचागत सुधारों की समर्थक व आर्थिक असमानता घटाने वाली हों।
इसके साथ ही उन्होंने विश्व बैंक से कहा कि वह जलवायु परिवर्तन से लेकर शरणार्थी संकट तक, हिंसाग्रस्त व संकटग्रस्त देशों में निवेश बढ़ाने तक.. प्रमुख वैश्विक चुनौतियों से निपटना जारी रखे। बै”क के बाद जारी बयान में आईएमएफ ने मजबूत, सतत, समावेशी, रोजगार परक व अधिक संतुलित वृद्धि के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है।इसमें कहा गया है,`सामूहिक व व्यक्तिगत स्तर पर हम इसके लिए सभी- ढांचागत सुधार, राजकोषीय व मौद्रिक नीतियों सहित- उपायों का इस्तेमाल करेंगे।’