भाजपा के उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर अभद्र टिप्पणी कर पार्टी की मुसीबतें बढ़ा दी हैं।
गुजरात के ऊना में दलितों की कुछ दबंगो द्वारा पिटाई के मामले का वीडियो वायरल होने के बाद से पार्टी पहले से ही संसद के अंदर और बाहर विरोध झेल रही है।
ऐसे में पार्टी के सामने दयाशंकर सिंह को यूपी बीजेपी उपाध्यक्ष पद से हटाने के अलावा कोई चारा भी नहीं था। इसके अलावा उन्हें पार्टी से भी निलंबित करने की तैयारी चल रही है।
बसपा ने इस मामले में उनके खिलाफ FIR कराने की घोषणा की है।
यूपी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मोर्य ने कहा कि दयाशंकर ने जो कहा वो स्वीकार्य नहीं हैं, इसलिए हमने उन्हें पार्टी के सभी पदों से निकाल दिया है।
इससे पहले आज राज्य सभा में ये मामला जोर शोर से उठा।
विपक्षी दलों ने मायावती के खिलाफ अपमानजनक बयानबाजी के लिये दोपहर बाद सरकार की कड़ी आलोचना की।
वित्त मंत्री और राज्य सभा में सदन के नेता अरुण जेटली ने इस मामले में पार्टी की तरफ से माफी मांगी और कार्यवाही का भरोसा दिया।
इसके बाद पूरे सदन ने एक मत से इस तरह की बयानबाजी की निंदा की।