आईएएस अधिकारियों में दो फेरबदल के बाद उत्तर प्रदेश के नये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस महानिदेशक जावेद अहमद और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) दलजीत चौधरी को उनके पदों से हटा दिया है। राज्य के सबसे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सुलखान सिंह को उत्तर प्रदेश पुलिस का मुखिया बनाया गया है जबकि आदित्य मिश्र को दलजीत चौधरी की जगह लाया गया है।
इसके अलावा जवाहर लाल त्रिपाठी महानिदेशक (अभिसूचना) को महानिदेशक (अभियोजन) बनाया गया है। आलोक प्रसाद महानिदेशक (होमगॉर्ड्स) को प्रशिक्षण का अतिरिक्त उत्तरदायित्व दिया गया है।
सूर्य कुमार से महानिदेशक (अभियोजन) का उत्तरदायित्व लेकर जवाहर लाल त्रिपाठी को दिया गया है लेकिन सूर्य कुमार के पास पुलिस भर्ती एवं पदोन्नति की जिम्मेदारी बनी रहेगी।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सुरक्षा) भावेश कुमार सिंह को पद से हटाकर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अभिसूचना) बनाया गया है। पुलिस प्रशिक्षण स्कूल सीतापुर के एडीजी विजय कुमार को अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सुरक्षा) की जिम्मेदारी दी गयी है।
अखिलेश यादव के करीबी माने जाने वाले अधिकारी नवनीत सिकेरा से आईजी पीएसी (सेंट्रल जोन) की जिम्मेदारी ले ली गयी है लेकिन वह महिला हेल्पलाइन की जिम्मेदारी देखते रहेंगे।
संजय सिंघल को नवनीत सिकेरा की जगह आईजी पीएसी मध्य जोन बनाया गया है जबकि आलोक सिंह आईजी पीएसी पूर्वी जोन की जिम्मेदारी दी गयी है।
जावेद अहमद पीएसी के मुखिया होंगे जबकि दलजीत चौधरी को एडीजी (आर्थिक अपराध) बनाया गया है।
दोनों ही अधिकारियों को पूर्व अखिलेश यादव सरकार ने नियुक्त किया था। चुनाव से पहले भाजपा ने चुनाव आयोग से जावेद अहमद को हटाने की मांग की थी।
उस समय कयास लगाये जा रहे थे कि चुनाव आयोग अखिलेश के करीबी अधिकारियों जावेद अहमद, दलजीत चौधरी, धर्मेंद्र यादव, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गौतम बुद्ध नगर, मंजिल सैनी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लखनऊ को हटा सकता है।
लेकिन चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश पुलिस में कोई बड़ा परिवर्तन किये बगैर ही चुनाव संपन्न कराया जिसमें भाजपा को अकेले तीन चौथाई से ज्यादा बहुमत मिला।