आतंकवाद को सिरे से कुचलने के लिए और इस मुद्दे पर सभी देशों को एक मंच पर इकट्ठा करने के मकसद ने संयुक्त राष्ट्र ने आतंकवाद निरोधक कार्यालय खोले जाने का फैसला किया है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र की इस पहल का स्वागत किया है।
भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेज की ओर से आतंवाद निरोधक कार्यालय खोले जाने की पहल का स्वागत करते हुए कहा कि इस प्रस्ताव को बाधित करने के लिए देशों को उलझना नहीं चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि सैयद अकबरद्दीन ने कहा, ‘प्रतिदिन हमारी अंतरआत्मा की आवाजें आतंकवादियों द्वारा विश्व के किसी न किसी हिस्से में कुचली जा रही हैं। इसी बढ़ती चिंता की पृष्ठभूमि में हम संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद विरोधी प्रयासों में सहयोग बढ़ाने के महासचिव की पहल की सराहना करते हैं।’
अकबरद्दीन ने कहा कि भारत इस पहल का स्वागत करता है और प्रस्ताव का समर्थन करता है। साथ ही इस प्रस्ताव के हकीकत में बदलने में सभी संभव सहयोग देने का आश्वासन देना है।
उन्होंने एक बैठक के दौरान कहा, ‘अगर हमें इसकी विश्वसनीयता बरकरार रखनी है तो इस प्रस्ताव को बाधित करने के लिए आपस में नहीं उलझना चाहिए। जिस तरह से आतंकवाद बढ़ रहा है और सीमाओं से बाहर अपनी विचारधारा, प्रचार, धन इकट्ठा करने, हथियार और प्रशिक्षण के नेटवर्क को फैला रहा है, कोई देश अकेले इस समस्या से निबट नहीं सकता. इसलिए सभी देशों के पास आतंकवाद से ज्यादा मजबूत कोई दूसरा कारण नहीं है बहुपक्षीय कार्रवाई, ज्यादा समन्वय और सहयोग बढ़ाने के लिए।’
गुटेरेज ने आतंकवाद निरोधक क्रियान्वयन कार्य बल (सीटीआईटीएफ) कार्यालय और नया आतंकवाद निरोधक केन्द्र खोले जाने का प्रस्ताव पेश किया। उन्होंने कहा कि नए कार्यालयों का मकसद आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई की क्षमता में सुधार करना है।