अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने परोक्ष युद्धों में शामिल राष्ट्रों को इसे खत्म करने को कहा। संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर संयुक्त राष्ट्र आम सभा में अपने अंतिम संबोधन में उन्होंने चेतावनी दी कि यदि लोग मिल जुलकर नहीं रहेंगे तो कट्टरपंथ के अंगारे उन्हें जला डालेंगे। ओबामा ने कहा इसका नुकसान अनगिनत लोगों को उठाना पड़ेगा।
ओबामा ने माना कि साम्प्रदायिक हिंसा पश्चिम एशिया को अस्थिर कर रही है तथा इसे कहीं और फैलने से फौरन नहीं रोका जा सकता है।
ओबामा ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन में कहा कि कोई बाहरी शक्ति विभिन्न धार्मिक समुदायों को या जातीय समुदायों को लंबे समय तक सह अस्तित्व रखने के लिए सक्षम होने के लिए मजबूर करने नहीं जा रही।
उन्होंने चेतावनी दी कि समुदायों के सह अस्तित्व के बारे में बुनियादी सवालों का जवाब दिए जाने तक चरमपंथ के अंगारे जलते रहेंगे और अनगिनत मानव पीड़ित होंगे और चरमपंथ बाहरी देशों तक फैलता रहेगा।
ओबामा का यह भाषण ऐसे समय आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच परोक्ष युद्ध को लेकर घमासान मचा हुआ है।
कुछ ही दिन पहले पाकिस्तान से आये आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के उड़ी में एक सैन्य शिविर पर हमला कर 18 जवानों को मार डाला।
भारत हमेशा से पाकिस्तान पर परोक्ष युद्ध या अप्रत्यक्ष तौर पर आतंकवादियों के जरिये युद्ध छेड़ने का आरोप लगाता रहा है।
ओबामा का बयान अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी की टिप्पणी के एक दिन बाद आया है जिसमें उन्होंने पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से कहा था कि वह आतंकवादियों को पाकिस्तान की धरती का सुरक्षित पनाहगाह के तौर पर इस्तेमाल करने से रोकें।