प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राज्य सभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दिया। अपने जवाब में प्रधानमंत्री ने एक बार फिर से अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं।
पीएम मोदी ने अपने जवाब के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के विमुद्रीकरण के बाद राज्य सभा में दिए बयान का जिक्र करते हुए उन पर निशाना साधा। पीएम ने मनमोहन सिंह की तारीफ करने के साथ ही साथ उन पर तंज भी कसे।
काला धन और जाली नोट पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जो नोट बैंक पहुंचे हैं, ये उनका आंकड़ा है। ऐसे बहुत सारे नोट हैं, जो बैंक तक पहुंचे ही नहीं।
पीएम ने विमुद्रीकरण के बाद जम्मू-कश्मीर में बैंक लूटने की कोशिश का जिक्र करते हुए कहा कि इससे साफ है कि आतंकियों को इस फैसले से दिक्कत हुई।
पीएम ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई राजनीतिक नहीं है। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 1971 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को वित्त मंत्री ने सलाह दी थी कि नोटबंदी लागू की जाए, लेकिन इंदिरा जी ने इसे नकार दिया था।
विपक्ष की ओर से आरबीआई की स्वायत्ता पर सवाल उठाने पर भी पीएम ने करारा जवाब दिया।
पीएम ने तमाम नीतिय़ों और कार्यक्रमों का जिक्र करते हुए बताया कि कैसे उनकी सरकार ने गांव, गरीब और किसान, शोषित और वंचित के लिए काम किया है।
पीएम ने स्वच्छता अभियान का उल्लेख करते हुए कहा कि ये राजनीतिक कार्यक्रम नहीं बल्कि जनांदोलन है और सभी दलों को इसमें साथ देना चाहिए। पीएम ने कहा कि एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम के तहत देश के अलग-अलग राज्यों को एक दूसरे को समझने का मौका मिलेगा और इससे देश मज़बूत होगा।