भारत ने आज ऐतिहासिक पेरिस जलवायु समझौते का अनुमोदन कर दिया, जिससे इसके वर्ष के अंत तक अमल में आ जाने की उम्मीद बढ़ गई है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरूद्दीन ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा हस्ताक्षरित समझौते के अनुमोदन के दस्तावेज यहां आयोजित एक विशेष समारोह में संयुक्त राष्ट्र में करार विभाग के प्रमुख सैंटियागो विलालपांडो को सौंपा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केरल के कोझीकोड में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में। प्रधानमंत्री ने केरल में घोषणा की थी कि भारत 2 अक्टूबर को समझौते को मंजूरी देगा।
अकबरूद्दीन ने यह दस्तावेज महात्मा गांधी की 147वीं जयंती के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में सौंपा, जिसमें संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष अधिकारी एवं वरिष्ठ राजनयिक मौजूद थे।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने भारत के जलवायु नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि ‘सभी भारतीयों को धन्यवाद’।
उन्होंने कहा कि भारत द्वारा पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते का अनुमोदन करने के कदम ने इस ऐतिहासिक समझौते को इस वर्ष लागू करने के लक्ष्य की दिशा में विश्व को और आगे बढ़ा दिया है।
गांधी जयंती को प्रत्येक वर्ष अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के तौर पर मनाया जाता है. बान ने इस मौके पर जारी अपने संदेश में कहा कि लोगों और इस ग्रह के लिए गांधी और उनकी विरासत का स्मरण करने का इससे बेहतर तरीका नहीं हो सकता कि भारत ने पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते का अनुमोदन करने का दस्तावेज सौंप दिया।