ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने कहा, ‘कश्मीर भारत और पाकिस्तान का द्विपक्षीय मसला है, जिसे उन्हें ही आपस में सुलझाना चाहिए।
कश्मीर को लेकर ब्रिटेन के रुख में कोई बदलाव नहीं हुआ है।’ संसद में बोलते हुए थेरेसा ने इस बात का संकेत दिया कि 6 से 8 नवंबर के बीच उनकी भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बातचीत में कश्मीर मुद्दे के एजेंडे में शामिल रहने की संभावना नहीं है।
थेरेसा ने कहा, कश्मीर पर मैं वही रुख अपनाऊंगी जो सरकार ने सत्ता में आने के बाद से और पहले भी अपनाया है। रुख यह है कि कश्मीर ऐसा मुद्दा है, जिससे भारत और पाकिस्तान को ही सुलझाना चाहिए।
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री ने ये बातें लेबर पार्टी की सांसद यास्मीन कुरैशी के सवाल के जवाब में कहीं।
पाकिस्तान में जन्मी कुरैशी ने प्रधानमंत्री के साप्ताहिक प्रश्न सत्र के दौरान हाउस ऑफ कॉमंस में पूछा था कि क्या प्रधानमंत्री की भारत यात्रा के दौरान कश्मीर मुद्दे पर बातचीत की जाएगी।
क्या प्रधानमंत्री संयुक्त राष्ट्र के 1948 वाले प्रस्ताव के अनुरूप कश्मीर के आत्मनिर्णय के मुद्दे और मानवाधिकार उल्लंघनों पर बातचीत करेंगी और भारत के प्रधानमंत्री के समक्ष इस मुद्दे को उठाएंगी।