उत्तर प्रदेश यात्रा में अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अस्सी घाट पर सौर ऊर्जा से चलने वाले 11 नावों को नाविकों को सौंपा।
प्रधानमंत्री ने ने नाविकों ई-बोट सौंपने के साथ ही साथ उनके विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर ई-बोट की सवारी भी की।
हिंदुओं की पवित्रतम तीर्थनगरियों में से एक बनारस में लगभग 14 हज़ार नाव मालिक और नाविक हैं। इनके परिजनों को मिलाकर करीब 50-60 हजार लोग आजीविका के लिये गंगा में नाव चलाने पर निर्भर हैं।
इनके काम में नौका चलाना, मछली पकड़ना, पर्यटकों को घुमाना, गोता लगाकर गंगा से पैसा निकालना और गंगा पार खेती करना भी शामिल है।
सरकार को उम्मीद है कि इन नाविकों को सौर ऊर्जा से चलने वाली नावें मुहैया कराने से गंगा में प्रदूषण पर नियंत्रण किया जा सकेगा।
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर बनारस में 1 हजार बिजली से चलने वाले रिक्शे भी निर्धन लोगों में बांटे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज तक योजनाओं को वोट बैंक का माध्यम बनाया गया है, लेकिन अब योजनाओं से केवल गरीबों को भला किया जाएगा।।