भारत सरकार के द्वारा शुरू की गई आय घोषणा योजना (Income Disclosure Scheme) के तहत चार महीनों में 65,250 करोड़ रुपये के काले धन की घोषणा हुई है।
आईडीएस के परिणामों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान वित्त मंत्री अरुण ने बताया कि आईडीएस कोई इम्यून स्कीम नहीं है। इस स्कीम के दौरान 64,275 लोगों ने 65,250 करोड़ रुपये की काले धन की घोषणा की है।
अरुण जेटली ने बताया कि काले धन के तहत खुलासा करने वाले हर व्यक्ति ने औसतन एक करोड़ रुपये का खुलासा किया है।
इस योजना के तहत खुलासा करने वाले लोगों की पहचान गुप्त रखी जाएगी। सरकार ने टैक्स छुपाए जाने के चलन को कम करने के लिए कई अहम फैसले किए हैं।
वित्त मंत्री ने कहा कि अभी जो आंकड़े मैं दे रहा हूं हो सकता है कि रिवीजन के बाद वे बदल सकते हैं।
सर्च ऑपरेशन के दौरान 56, 378 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति का खुलासा हुआ है। उन्होंने कहा कि HSBC बैंक की लिस्ट से तकरीबन 8,000 करोड़ रुपयों का टैक्स असेसमेंट पूरा हो गया है।
सीबीडीटी की चेयरपर्सन रानी एस़ नायर ने कहा कि आय घोषणा योजना के तहत 30,000 करोड़ रुपये का टैक्स आने की उम्मीद है।