सोशल मीडिया पर जारी एक बयान में वरुण गांधी ने कहा कि वह अपने ऊपर लग रहे आरोपों से वे बेहद दुखी हैं। सुल्तानपुर से लोकसभा वरुण गांधी ने कहा कि उनके ऊपर गलत आरोप लगाए गए हैं।
भाजपा सांसद वरुण गांधी ने कहा: मैं रक्षा मामलों की स्थाई समिति का सदस्य जरूर था लेकिन कंसल्टेटिव कमिटी बैठक में कभी शामिल नहीं हुआ। कुछ लोग जानबूझकर मेरी छवि धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं। मेरे उपर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं, मैं एडमंड्स एलन से कभी नहीं मिला।
वरुण ने कहा है कि वह सी एडमंड एलन को नहीं जानते और दोनों की कभी भी मुलाकात नहीं हुई।
अभिषेक वर्मा से खुद के रिश्तों पर वरुण ने कहा कि वे दोनों पहली बार इंग्लैंड में मिले। उस वक्त वरुण कॉलेज में पढ़ाई करते थे। वरुण के मुताबिक, अभिषेक को उनका परिचय दिवंगत वीना और श्रीकांत वर्मा के बेटे के तौर पर कराया गया। ये दोनों ही संसद सदस्य थे।
वरुण गांधी के मुताबिक, सम्मानित परिवार से ताल्लुक रखने वाले अभिषेक से वह कम ही वक्त में सामाजिक तौर पर कई बार मिले। अब दोनों को मिले सालों गुजर चुका है। वरुण का यह भी कहना है कि दोनों के बीच उनके कामकाज को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई।
वरुण के मुताबिक, मीडिया रिपोर्ट्स से यह पता चला है कि एलन और अभिषेक के बीच किसी वक्त व्यवसायिक रिश्ते थे। वरुण ने आशंका जताई कि एलन अपने पूर्व सहयोगी के खिलाफ लगाए गए आरोपों को लेकर ज्यादा से ज्यादा पब्लिसिटी चाह रहे हैं। इसी वजह से एलन उनके जैसे पब्लिक फिगर को इस मामले में घसीट रहे हैं ताकि पब्लिक का ध्यान ज्यादा से ज्यादा खींचा जा सके।
वरुण ने ट्विटर पर कहा कि अभिषेक वर्मा के खिलाफ एलन के आरोपों की ईडी और सीबीआई, दोनों ही एजेंसी लंबे वक्त से जांच कर रही है। इसी सिलसिले में अब भी कुछ जांच चल रही है। यहां तक कि चार्जशीट भी फाइल की जा चुकी हैं। वरुण का कहना है कि जांच एजेंसियों की किसी भी चार्जशीट में उनका न तो नाम है और न ही उनकी ओर कोई इशारा किया गया।
सोशल मीडिया पर जारी वरुण गांधी के बयान के मुताबिक, यह कहना ऊटपटांग है कि उन्हें ब्लैकमेल किया गया क्योंकि उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया। वरुण ने कहा कि यह कहना और भी अजीबोगरीब है कि उन्होंने रक्षा संसदीय कमेटी की टॉप सीक्रेट रक्षा सूचना लीक की। वरुण के मुताबिक, सभी सांसद यह बात अच्छे से जानते हैं कि ऐसी किसी कमेटी के सामने संवेदनशील जानकारी शेयर नहीं की जाती।