Taxpayers’ Charter: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को ‘पारदर्शी कर-प्रणाली- ईमानदारों के लिए सम्मान’ मंच की शुरुआत की। सरकार ने कर प्रणाली में बुनियादी सुधार और उसे सरल बनाने के लिए इसे जारी किया है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नयी प्रणाली के लागू होने के बाद कोई भी आयकर अधिकारी करदाताओं का उत्पीड़न नहीं कर पायेगा और वे भयमुक्त महसूस करेंगे।
प्रधानमंत्री कहा कि देश में चल रहे बुनियादी सुधारों का सिलसिला आज एक नए पड़ाव पर पहुंचा है। 21वीं सदी की कर प्रणाली की इस नई व्यवस्था का आज लोकार्पण किया गया है। पीएम मोदी ने कहा कि ईमानदार करदाता राष्ट्र निर्माण में बड़ी भूमिका निभाता है।
प्रधानमंत्री ने करदाताओं के लिए चार्टर (अधिकार पत्र) का भी ऐलान किया। उन्होंने देशवासियों से आगे बढ़कर ईमानदारी के साथ कर देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि 130 करोड़ लोगों के देश में मात्र डेढ़ करोड़ लोग ही कर देते हैं।
वीडियो कांफ्रेन्सिंग के जरिए आयोजित इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि अब कर-प्रणाली में करदाता और अधिकारी की आमने-सामने मुलाकात नहीं होगी। यह करदाता के लिए निष्पक्षता और एक भरोसा देने वाला है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘कर मामलों में बिना आमने-सामने मिले की जाने वाली अपील की सुविधा 25 सितंबर यानी दीन दयाल उपाध्याय के जन्मदिन से पूरे देशभर में नागरिकों के लिए उपलब्ध होगी।
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पीएम मोदी ने कहा, ‘रिटर्न से लेकर रिफंड की व्यवस्था को पूरी तरह ऑनलाइन किया गया है। जो नया स्लैब सिस्टम आया है उसमें बेवजह के कागजों और दस्तावेजों को जुटाने से मुक्ति मिल गई है।’
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रक्रियाओं की जटिलताओं के साथ-साथ देश में टैक्स भी कम किया गया है। पांच लाख रुपये की आय पर अब टैक्स जीरो है। बाकी स्लैब में भी टैक्स कम हुआ है। कॉर्पोरेट टैक्स के मामले में हम दुनिया में सबसे कम टैक्स लेने वाले देशों में से एक हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘आज से शुरू हो रहीं नई व्यवस्थाएं, नई सुविधाएं- मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को और मजबूत करती हैं। ये देशवासियों के जीवन से सरकार को, सरकार के दखल को कम करने की दिशा में भी एक बड़ा कदम है।’
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प्रक्रियाओं की जटिलताओं के साथ-साथ देश में कर की दरों को भी कम किया गया है।
5 लाख रुपये की आय पर अब टैक्स जीरो है। बाकी स्लैब में भी टैक्स कम हुआ है।
कोशिश ये है कि हमारी टैक्स प्रणाली Seamless हो, Painless हो, Faceless हो।
Seamless यानि टैक्स एडमिनिस्ट्रेशन, हर टैक्सपेयर को उलझाने के बजाय समस्या को सुलझाने के लिए काम करे।
Painless यानि टेक्नॉलॉजी से लेकर Rules तक सबकुछ Simple हो: PM @narendramodi #HonoringTheHonest— PMO India (@PMOIndia) August 13, 2020
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब देश में माहौल बनता जा रहा है कि कर्तव्य भाव को सर्वोपरि रखते हुए ही सारे काम करने हैं। सवाल यह कि बदलाव आखिर कैसे आ रहा है? हमारे लिए सुधार का मतलब है कि वे नीति आधारित हो, टुकड़ों में नहीं हो, एक सुधार, भावी सुधारों का आधार बने और नए सुधारों के लिये मार्ग प्रशस्त करे। ऐसा भी नहीं है कि एक बार सुधार करके रुक गए। ये निरंतर, सतत चलने वाली प्रक्रिया है।
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कर-प्रणाली में दूरगामी सुधार
इससे पहले पीएम मोदी ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘बृहस्पतिवार, 13 अगस्त को पूर्वाह्न 11 बजे ‘पारदर्शी कराधान – ईमानदार का सम्मान मंच की शुरुआत की जाएगी।
यह हमारी कर प्रणाली में सुधार और उसे सरल बनाने के प्रयासों को और मजबूती देगा। यह कई ईमानदार करदाताओं के लिए फायदेमंद होगा जिनकी कड़ी मेहनत देश को आगे बढ़ने की शक्ति प्रदान करती है।’
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