फ्रांस के नीस शहर में आतंकी हमले में 84 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इस घटना पर फ्रांस में तीन दिन के राष्ट्रीय शोक और आपातकाल की घोषणा की गई है।
नीस स्थित एक रिसॉर्ट में बास्तील दिवस पर आतिशबाजी का प्रदर्शन देख रहे लोगों की भीड़ पर एक ट्रक चढ़ जाने से कम से कम 84 लोगों की मौत हो गई।
समारोह में यह ट्रक करीब दो किलोमीटर तक लोगों को कुचलते हुए निकला। इस दौरान हजारों लोगों ने आतंकित होकर घटनास्थल से भागकर अपनी जान बचाई।
पुलिस को ट्रक से बंदूकें, विस्फोटक और ग्रेनेड मिले हैं। पुलिस ने ट्रक चालक की पहचान कर ली है। वह 31 साल का ट्यूनीशिया मूल का शख्स था और उसके पास से ट्यूनीशिया मूल के पहचान पत्र बरामद हुए।
पुलिस को ट्रक से बंदूकें, विस्फोटक और ग्रेनेड मिले हैं। पुलिस ने ट्रक चालक की पहचान कर ली है। वह 31 साल का ट्यूनीशिया मूल का शख्स था और उसके पास से ट्यूनीशिया मूल के पहचान पत्र बरामद हुए।
घटना के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद और प्रधानमंत्री मैनुअल वाल्स ने नीस का दौरा किया और हालात का जायजा लिया। फ्रांस सरकार ने आतंक के खिलाफ जंग को और तेज करने का फैसला किया।
राष्ट्रपति ओलांद ने हमले के बाद देश में आपातकाल की अवधि को अतिरिक्त तीन महीनों के लिए बढ़ा दिया। पिछले साल हुए हमले के बाद देश में आपातकाल की अवधि 26 जुलाई को समाप्त हो रही है।
फ्रांस में हुए इस आतंकी हमले की पूरी दुनिया में निंदा की जा रही है। तमाम देशों में नीस हमले के पीडितों को श्रद्धांजलि दी गई। दुनियाभर के नेताओं ने हमले की निंदा करते हुए दुख की इस घड़ी में फ्रांस के साथ खड़े होने की बात कही। तमाम देशों ने आतंकवाद के खिलाफ जंग तेज करने का भी संकल्प जताया।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य नेताओं ने निंदा की है। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में फ्रांस की सरकार और वहां के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी फ्रांस में हुए घातक ट्रक हमले की कड़ी निंदा की है।