उत्तराखंड विधानसभा में उच्चतम न्यायालय के निर्देश के अनुसार मंगलवार को शक्ति परीक्षण समाप्त हो गया। इसके लिये राज्य में 2 घंटे के लिये राष्ट्रपति शासन को हटाया गया था।
इस परीक्षण में हरीश रावत सरकार के पक्ष-विपक्ष में पड़े मतों का ब्योरा सीलबंद लिफाफे में शीर्ष अदालत को भेजा जाएगा।
कांग्रेस के नौ बागी विधायक शक्ति परीक्षण में शामिल नहीं हुए।
करीब घंटे भर तक चली कार्यवाही के बाद दोनों ही पक्षों के नेता विधानसभा से बाहर निकले।
विधानसभा की कार्यवाही के बाद रावत समर्थकों ने कांग्रेस के पक्ष में 33 विधायकों के होने का दावा किया तो बीजेपी के पक्ष में 28 विधायक।