अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रवासियों और सीमा सुरक्षा पर नए विशेष आदेश जारी किए हैं जिससे संयुक्त राज्य अमेरिका में तीन लाख अमेरिकी भारतीयों पर देश निकाले का खतरा मंडराने लगा है।
अमेरिकी अखबारों के मुताबिक इस आदेश से बिना दस्तावेजों के गैर कानूनी रूप से रह रहे कुल 1.10 करोड़ अप्रवासी अमेरिका से बाहर हो सकते हैं। इनमें से ज्यादातर मैक्सिको के लोग हैं।
नए आदेश में छोटी-मोटी चोरी और ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई करने का प्रावधान है। वहीं किसी मामले में दोष सिद्ध होने से लेकर आरोपी बनाए जाने और संदिग्ध होने पर भी अप्रवासियों को अमेरिका से बाहर निकाला जा सकता था।
स्थानीय समाचार पत्रों के मुताबिक ओबामा प्रशासन के वक्त सीमा से 160 किलोमीटर के भीतर पाए जाने वाले ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जाती थी, जिन्होंने अमेरिका में 14 दिनों से कम वक्त बिताया हो। पर अब दो साल से कम वक्त तक अमेरिका में रह रहे लोगों को निशाना बनाया जा सकता है।
यदि कोई वीजा की सीमा से अधिक वक्त तक रह रहा हो तो उन्हें भी देश छोड़ना होगा। जबकि पहले ऐसा नहीं होता था। इन कठोर नियमों से सिर्फ बच्चों को छूट दी गई है।
ट्रंप ने इस आदेश को लागू करने की जिम्मेदारी डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी को सौंपी है। दस हजार नए प्रवासी अधिकारियों और कस्टम एजेंट की नियुक्ति करने की भी तैयारी है। वहीं सीमा पर भी पांच हजार नए एजेंट तैनात किए जाएंगे।
नए आदेश में 32 हजार किलोमीटर लंबी मैक्सिको अमेरिकी सीमा पर दीवार बनाने की योजना की भी विस्तृत जानकारी है। मैक्सिको की सीमा से पकड़े गए लोगों को जबरदस्ती मैक्सिको भेजा जाएगा। हालांकि कानूनी रूप से अमेरिका को ऐसा करने का अधिकार नहीं है।