यूनॉइटेड किंगडम की राजधानी लंदन एक बार फिर आतंकवादियों का निशाना बनी है। 22 मई को मैनचेस्टर में आत्मघाती बम हमले में 22 लोगों की हत्या के सदमें से ब्रिटेन उबरा भी नहीं था कि शनिवार 3 जून की रात को दो आतंकी हमलों में 7 लोगों की हत्या ने ब्रिटिश लोगों को हिला के रख दिया।
पहला हमला लंदन ब्रिज पर हुआ। वहां एक वैन को पैदल चल रहे यात्रियों पर चढ़ा दिया गया। उसके बाद से तीन युवक लंबी चाकू लेकर वैन से उतरे और वहां मौजूद लोगों पर हमला शुरू कर दिया।
एक शख्स जिसके हाथ में लंबा सा चाकू था वह रेस्टोरेंट में घुसा और वहां काम करने वाली एक युवती की गर्दन पर वार कर दिया।
ब्रिटेन के स्थानीय समाचार पत्रों के मुताबिक हमलों के बाद पुलिस ने कुल तीन संदिग्धों को मार गिराया है। दोनों हमलों में कुल मिलाकर 7 लोगों की हत्या की गयी और हमलावरों की संख्या भी जोड़ लें तो कुल मिलाकर 9 लोगों की इन हमलों में मौत हुई है। लगभग 48 लोग जख्मी बताए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने इसके लिए एक आपातकालीन बैठक बुलाई है। इससे दो हफ्ते पहले मैनचेस्टर में आतंकी हमला हुआ था। वहां एक आत्मघाती हमलावर ने एरेना ग्रेंड में कंसर्ट के दौरान खुद को उड़ा लिया था जिसमें 23 लोगों की मौत हो गयी थी और 150 से ज्यादा घायल हो गये थे।
इससे पहले मार्च में वेस्टमिनिस्टर ब्रिज पर हुये कार और चाकू हमले में 5 लोगों की मौत हो गयी थी। पिछले तीन महीनों में यह ब्रिटेन में तीसरा आतंकी हमला है।
प्रधानमंत्री मोदी ने लंदन हमले पर प्रतिक्रिय जाहिर करते हुये कहा है कि इस हमले से वे आहत हैं। एक ट्वीट संदेश में उन्होंने लिखा कि वह इस हमले की निंदा करते हैं।