दिल्ली-एनसीआर में सीएनजी वाहनों का इस्तेमाल करने वाले लोगों को गाड़ियों में गैस भरवाने के लिये अब कम इंतजार करना पड़ेगा।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिये 36 नये सीएनजी पंप जनता को समर्पित किये गये हैं।
नये सीएनसी स्टेशनों में से दो तिहाई यानी 25 स्टेशन दिल्ली में स्थित हैं जबकि 11 सीएनजी पंप गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, गुड़गांव, फरीदाबाद, सोनीपत और खुर्जा में स्थित हैं।
कुल 36 सीएनजी पंपों में से 30 को इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम के पेट्रोल पंपो पर इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (Indraprastha Gas Limited – IGL) ने स्थापित किया है।
जबकि हरियाणा सिटी गैस ने गुड़गांव में 3 स्टेशन, गेल गैस ने सोनीपत में 1 और अडाणी गैस ने फरीदाबाद और उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के खुर्जा कस्बे में स्थापित किये हैं।
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने नयी दिल्ली के गोल मार्केट में इंडियन ऑयल के पेट्रोल पंप पर सीएनजी मशीन का उदघाटन किया।
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि केंद्र सरकार देश भर में सीएनजी उपलब्ध करवाने की दिशा में काम कर रही है।
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि जल्दी ही दिल्ली-मथुरा-आगरा-लखनऊ-बरेली, दिल्ली-चंड़ीगढ़, दिल्ली–जयपुर और दिल्ली–हरिद्वार मार्ग पर सीएनजी कॉरिडोर शुरू किया जायेगा ताकि हाइवे पर लंबी दूरी तक सीएनजी वाहनों के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जाये।
अभी सीएनजी वाहनों का इस्तेमाल दिल्ली और इससे सटे इलाकों में ऑफिस आने जाने और शहर के आस-पास माल की ढुलाई के लिये ही किया जाता है।
दिल्ली-एनसीआर के बाहर हाइवे पर चलने वाले अधिकांश वाहन डीजल पर ही आधारित हैं।
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सरकारी तेल कंपनियां दिल्ली और एनसीआर में कारों को सीएनजी में बदलने के लिये हर संभव सहयोग देने को तैयार है।
इस समय देश में कुल 1026 सीएनजी स्टेशन हैं जिसके एक तिहाई 347 केवल दिल्ली-एनसीआर में ही हैं। दिल्ली-एनसीआर के 347 स्टेशन 77 लाख किलो सीएनजी का वितरण एक दिन में कर सकते हैं।
सरकार की योजना है 104 नये स्टेशन खोले जायें ताकि 88 लाख किलो सीएनजी प्रतिदिन वितरित करने की क्षमता हासिल की जा सके।
अभी दिल्ली और एनसीआर में 25 लाख किलो सीएनजी की प्रतिदिन खपत होती है।
36 सीएनजी पंपों के उदघाटन के मौके पर भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी, गेल (इंडिया) लिमिटेड के सीएमडी बी सी त्रिपाठी, इंडियन ऑयल के अध्यक्ष श्री बी अशोक, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय में संयुक्त सचिव आशुतोष जिंदल, विज्ञान एवं पर्यावरण केंद्र की महानिदेशक सुनीता नारायण और आईजीएल के एमडी नरेंद्र कुमार भी मौजूद थे।