52 किलोमीटर लंबे इस हिस्से के चालू हो जाने दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के वाहनों को काफी सहूलियत मिलेगी।
केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और सामाजिक न्याय राज्य मंत्री कृष्ण पाल की कुंडली-मानेसर-पलवल के मानेसर-पलवल हिस्से का उद्घाटन किया।
गडकरी ने कहा कि यह परियोजना कई सालों से ठंडे बस्ते में पड़ी थी लेकिन केंद्र और हरियाणा सरकार ने आपसी बातचीत कर मुद्दों को सुलझाया और एक्सप्रेसवे के 52.33 किमी लंबे खंड को रिकार्ड ग्यारह महीने में पूरा किया गया।
एक्सप्रेसवे के मानेसर-पलवल हिस्से को बनाने में 458 करोड़ रुपये की लागत आयी है। यह हिस्सा छह लेन का है।
एक्सप्रेस-वे का यह हिस्सा दिल्ली-जयपुर मानेसर के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 8, पलवल-सोहना-रेवाड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग 919, सोहना-नूह-अलवर रोड राष्ट्रीय राजमार्ग 248 ए को जोड़ते हुए अंत में पलवर के नजदीक राष्ट्रीय राजमार्ग 2 से मिलेगा।
इसके बाईपास का काम करने से दिल्ली में सड़कों पर बोझ कम होगा। इस सड़क मार्ग में कई अंडरपास, मवेशी अंडरपास मार्ग, कृषि वाहन अंडरपास पुल, पैदल पार पथ और भूमिगत पैदल मार्ग भी हैं।
नितिन गडकरी ने कहा कि पूर्वी और पश्चिमी पेरिफेरल एक्सप्रेसवे की परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य, परियोजना शुरू होने से 400 दिनों का रखा गया है।
परिवहन मंत्री ने कहा कि जैसे ही 2 पेरिफेरल एक्सप्रेस तैयार हो जाएंगे तो दिल्ली के यातायात भीड़ में 50 प्रतिशत की कमी आ जाएगी, प्रदूषण का स्तर कम हो जाएगा तथा इस श्रेत्र के किसानों, व्यापारियों और लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी से लाभ मिलेगा।
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि इतने सालों तक हरियाणा के पास केवल चार राष्ट्रीय राजमार्ग थे लेकिन पिछले डेढ़ साल के अंदर हरियाणा को 9 नए राष्ट्रीय मार्ग मिले हैं।
खट्टर ने कहा कि वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस के कुंडली-पलवल हिस्से का निर्माण कार्य इसी साल पूरा कर लिया जाएगा।
सामाजिक न्याय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने इस परियोजना को रिकॉर्ड समय में पूरा करने के लिये राज्य सरकार की सराहना की।