India-China Border Firing: भारतीय थलसेना ने एक आज मगंलवार को एक आधिकारिक बयान जारी कर चीन की थल सेना (People’s Liberation Army) को दोनो देशों के बीच 45 साल बाद कल सोमवार को हुई पहली गोलीबारी के लिये जिम्मेदार ठहराया है।
सात सितंबर की रात चीनी पक्ष की ओर से की गई हवाई फायरिंग पर भारतीय सेना ने कहा है कि भारत तनाव कम करने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन चीन की ओर से उकसावे वाली गतिविधियां जारी हैं।
थलसेना की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया कि एलएसी पर तनाव कम करने के लिए भारतीय सेना प्रतिबद्ध है और किसी भी समय भारतीय सेना के जवानों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा को ना तो पार किया और ना ही किसी आक्रामक कार्यवाही को अंजाम दिया।
7 सितंबर की घटना पर सेना ने कहा, चीनी सेना- पीएलए एलएसी के पास हमारे अग्रिम मोर्चे के करीब आने की ताक में थे। भारतीय सैनिकों ने पीएलए की इस कोशिश को नाकाम कर दिया। इसके बाद पीएलए के सैनिकों ने डराने-धमकाने के लिए हवा में कुछ राउंड फायर किए।
READ: कोरोना वायरस: दिल्ली सरकार ने 31 जुलाई तक के लिए रोका महंगाई भत्ता
थल सेना ने कहा, ‘राजनयिक, राजनीतिक और सैन्य स्तर पर बातचीत करने का सिलसिला चल रहा है, लेकिन पीएलए समझौतों का उल्लंघन कर, आक्रामक रूप से पेश आ रही है।’
चीन की थलसेना द्वारा की गयी कार्रवाई पर भारतीय सेना ने कहा, ‘गंभीर उकसावे के बावजूद, सैनिकों ने बड़े संयम से काम लिया। परिपक्व और जिम्मेदार तरीके से व्यवहार किया। हम शांति और शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन हर कीमत पर राष्ट्रीय अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए भी दृढ़ हैं।’
READ: भारत अमेरिका का सशक्त साझीदार; अमेरिका के सामने रूस और चीन से निपटने की चुनौती: अमेरिकी रक्षा मंत्री
सेना ने कहा कि चीन की थल सेना की ‘पश्चिमी कमांड, जो कि भारत की तिब्बत के साथ लगती सीमा की सुरक्षा के लिये जिम्मेदार, इस तरह के बयान देकर चीनी जनता और और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करने की कोशिश कर रही है।
थल सेना ने कहा, ‘भारतीय सेना शांति एवं सौहार्द्र बरकरार रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं बहरहाल, वह राष्ट्रीय संप्रभुता एवं अखंडता की हर कीमत पर सुरक्षा के लिए भी दृढ़ संकल्पित हैं।’
अभी पिछले हफ्ते ही भारतीय थलसेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने लद्दाख में अग्रिम सीमा चौकियों का दौरा कर सेना की तैयारी की समीक्षा की थी।
READ: सामाजिक सुरक्षा बिल 2019 पेश: पीएफ और ग्रेच्युटी नियमों में होंगे बड़े बदलाव
पीएलए के वेस्टर्न थियेटर कमांड के प्रवक्ता, वरिष्ठ कर्नल झांग शुइली ने एक बयान में आरोप लगाया कि भारतीय सैनिकों ने अवैध रूप से एलएसी पार की और बात करने के इच्छुक चीनी सीमा पर गश्त रहे सैनिकों पर खराब ढंग से चेतावनी देने के लहजे में गोलियां चलाईं।
उन्होंने इस बारे में विस्तार से कोई जानकारी दिए बिना कहा कि चीनी सैनिकों को स्थिति को स्थिर करने के लिए मजबूरन जवाबी कदम उठाने पड़े।
उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय सैनिकों ने पेगोंग झील के दक्षिणी किनारे के पार शेनपाओ पर्वतीय क्षेत्र में चीन-भारत सीमा के पश्चिमी भाग पर एलएसी पार की।
READ: कोरोना लॉकडॉउन में छात्रों के लिए इंटर्नशिप के अवसर, मर्सिडीज, एमजी मोटर, ओला दे रही हैं मौका